लोकहित की बात, कर्म कर, सुन और बोल l
दिव्य शक्ति साथ तेरे, मनः फिर न तू डोल ll
श्रेणी: 5 विविध
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श्रेणी:आत्म वाचन
स्वावलम्बन
छोटी-छोटी जरूरत पूरी करता चल, एक दिन स्वावलंबी हो जायेगा
मेहनत करता चल तू, मनः धीरे-धीरे सब कुछ ठीक हो जायेगा ll
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छोटी-छोटी जरूरत पूरी करता चल, एक दिन स्वावलंबी हो जायेगा
मेहनत करता चल तू, मनः धीरे-धीरे सब कुछ ठीक हो जायेगा ll