मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



श्रेणी: 5 विविध

  • श्रेणी:

    महादेवी वर्मा

    विचारकों के कथन :-

    अपने विषय में कुछ कहना प्रायः बहुत कठिन होता है, क्योंकि अपने दोष देखना आपको अप्रिय लगता है और उनको अनदेखा करना दूसरों को।
    - महादेवी वर्मा

  • श्रेणी:

    महर्षि अरविंद

    विचारकों के कथन :-

    अध्यापक राष्ट्र की संस्कृति के चतुर माली होते हैं। वे संस्कारों की जड़ों में खाद देते हैं और अपने श्रम से उन्हें सींच-सींच कर महाप्राण शक्तियां बनाते है।
    - महर्षि अरविंद

  • श्रेणी:

    स्वामी रामतीर्थ

    विचारकों के कथन :-

    जंजीरें, जंजीरें ही होती हैं, चाहे वे लोहे की हों या सोने की, वे समान रूप से तुम्हें गुलाम बनाती हैं।
    - स्वामी रामतीर्थ

  • श्रेणी:

    डा0 शंकरदयाल शर्मा

    विचारकों के कथन :-

    सहिष्णुता और समझदारी संसदीय लोकतंत्र के लिए उतने हीआवश्यक हैं, जितने संतुलन और मर्यादित चेतना।
    - डा0 शंकरदयाल शर्मा

  • श्रेणी:

    डा0 सर्वपल्ली राधाकृष्ण

    विचारकों के कथन :-

    साहित्य का कर्तव्य केवल ज्ञान देना नहीं है, परंतु एक नया वातावरण देना भी है।
    - डा0 सर्वपल्ली राधाकृष्ण