एक बार काम शुरू कर लें तो असफलता का डर न रखें और न ही काम को छोड़ें। निष्ठा से काम करने वाले ही सबसे सुखी हैं।
श्रेणी: 5 विविध
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श्रेणी:विचारकों के कथन
आचार्य चाणक्य
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श्रेणी:विचारकों के कथन
साध्वी संगीता
जेएनयू में जो लड़कियां देशद्रोही नारेबाजी कर रही थीं, उनके लिए मैं सिर्फ यही कहूंगी कि तुमसे अच्छी तवायफ होती है, जो जिस्म बेचती है, देश नहीं।
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श्रेणी:विचारकों के कथन
रविदन्दन शास्त्री
श्री हरि नाम संकीर्तन साक्षात भगवान का स्वरूप है। भगवान का सिमरण ही मुक्ति का द्वार है। योग आत्मा और परमात्मा का मिलाप है।