मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



श्रेणी: विचारकों के कथन

  • श्रेणी:

    वीर सावरकर

     

    कष्ट ही तो वह प्रेरक शक्ति है, जो मनुष्य को कसौटि पर परखती है और आगे बढ़ाती है।

  • श्रेणी:

    श्रीराम शर्मा आचार्य

     

    हर मनुष्य अपना-अपना आत्म निर्माण करे तो यह पृथ्वी स्वर्ग बन सकती है।

  • श्रेणी:

    रविदन्दन शास्त्री

     

    श्री हरि नाम संकीर्तन साक्षात भगवान का स्वरूप है। भगवान का सिमरण ही मुक्ति का द्वार है। योग आत्मा और परमात्मा का मिलाप है।

  • श्रेणी:

    नरेश सोनी

     

    हम बाहर विदेशों में बसे लोगों की चमक-दमक देखकर बड़े प्रसन्न होते हैं। मगर उनके अंदर छिपे दर्द को नहीं पहचानते।

  • श्रेणी:

    अनुराग कृष्ण शात्री

     

    संत तुलसी दास ने श्रीराम कथा कलियुगी जीवों के लिए एक ऐसा उपहार दिया है जो आने वाली पीढ़ियां इसे पढ़कर अपना जीवन संवारेंगी।