मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



श्रेणी: 2 विविध

  • श्रेणी:

    भेड़िये की सीख

    # भेड़िये प्रायः समूह में रहते हैं। वे सब मिलकर अपने सामने आये शिकार पर झपटते हैं। उसका शिकार करते हैं। उसे सब मिलकर खाते हैं। अगर मनुष्य भेड़िये की इस बात का ठीक से अनुसरन करे तो उसकी आधे से ज्यादा परेशानियों का स्वयं ही हल हो सकता है।* 

    चेतन कौशल "नूरपुरी"

  • श्रेणी:

    देव या दानव

     # देव या दानव न तो आसमान से नीचे धरती पर उतरते हैं और न ही वे धरती चीरकर बाहर निकलते हैं। मन, कर्म और वचन सेे ही मनुष्य देव या दानव बनता है।* 

    चेतन कौशल "नूरपुरी"

  • श्रेणी:

    देव

    # जिसने अहंकार को अपने वश में कर लिया, वह मनुष्य नहीं देव है। देव प्रवृत्ति प्रबल हो जाने से मनुष्य की दानव प्रवृत्ति निर्बल हो जाती है।* 

    चेतन कौशल "नूरपुरी"

  • श्रेणी:

    अहंकार

    # मनुष्य देव बन सकता है पर उसका अहंकार उसे ऐसा नहीं करने देता है क्योंकि वह मानव को दानव बनाता है। वह मनुष्य का शत्रु है।* 

    चेतन कौशल "नूरपुरी"

  • श्रेणी:

    आश्चर्य

    # समझ नहीं आता है कि कोई मनुष्य दूसरे मनुष्य की किसी बुरी आदत को बदलने को तो कहता है, परंतु वह अपनी बुरी आदत बदलने में समर्थ होता हुआ भी उसे बदलने के लिए कभी तैयार नहीं होता है।* 

    चेतन कौशल "नूरपुरी"