चेतन विचार - पुरुषार्थ, व्यवसायक व्यवस्था
धन का कुछ अंश दान दें और उसके बाद ही उपयोग करें, उसका संचय नहीं करें। मधु मक्खियां बड़े परिश्रम से शहद एकत्रित करती हैं परंतु यह मधु औरों के काम ही आता है।
चेतन कौशल "नूरपुरी"
श्रेणी: चेतन विचार
-
श्रेणी:चेतन विचार
धन संचयन नहीं
-
श्रेणी:चेतन विचार
अजेय शक्ति
महान् विशाल और अच्छी तरह मजबूती से खड़े हुए अकेले वृक्ष को भी वायु अपने वेग से उखाड़ देती है। इसी प्रकार ताकतवर व्यक्ति भी अकेला हो तो उसे कोई भी हरा सकता है अर्थात संगठित रहने पर ही अजेय शक्ति प्राप्त होती है।
-
श्रेणी:चेतन विचार
राजनीति की डोर
वोट डालकर जनता को पतंग रूपी राजनीति की डोर उन लोगों केे हाथ सौंप देनी चाहिए जो जन हित और राष्ट्र हित का कार्य करने में पूर्ण रूप से सक्षम और समर्थ हैं। वे लोग जन हित और राष्ट्र हित का कार्य क्या करेंगे जो अहंकार में डूबे हुए हैं और जिन्हें निजहित के अतिरिक्त कुछ और नजर ही नहीं आता है।
-
श्रेणी:चेतन विचार
जीवन की सार्थकता
माता-पिता और गुरु के जीवन की सार्थकता इसी में निहित है कि वे बच्चों को, सृष्टि में आने का उद्देश्य और उसका महत्व समझाएं अन्यथा उनका जीवन यो ही व्यर्थ चला जाएगा।
-
श्रेणी:चेतन विचार
जीवन का उद्देश्य
जो बच्चा ठीक से नहीं समझ पाया कि वह सृष्टि में किसलिए आया है, सृष्टि में उसका आने का महत्व क्या है? उसका जीवन व्यर्थ है।