# जिस प्रकार लोहार हथोड़े की चोट लगाकर लोहे की कठोरता का परीक्षण करता है, ठीक उसी तरह शत्रु भी समय समय पर किसी परिवार, समाज और राष्ट्र के विरुद्ध संकट पैदा करके, उनकी एकता- शक्ति की जांच करता रहता है।*
चेतन कौशल "नूरपुरी"
श्रेणी: चेतन विचार
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श्रेणी:चेतन विचार
चोट पहुंचाकर
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श्रेणी:चेतन विचार
अपनी मंजिल
# वह मनुष्य अपनी मंजिल कभी प्राप्त नहीं कर सकता, जो जीवन में कठिनाईयां, समस्याएं और कष्ट देखकर घबरा जाता है, पुरुषार्थ का मैदान छोड़ देता है।*
चेतन कौशल "नूरपुरी"
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श्रेणी:चेतन विचार
जीवन में
# जीवन में सफलता के उच्च शिखर पर पहुंचने के लिए मनुष्य को धैर्य, समर्पण, कड़ी मेहनत और विश्वास की मेहती आवश्यकता होती है। पुरुषार्थ का मार्ग सदैव कठिनाईयों, समस्याओं और कष्टों से भरा रहता है।*
चेतन कौशल "नूरपुरी"
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श्रेणी:चेतन विचार
वास्तविक सम्पदा
# मनुष्य सृष्टि की नश्वर अपार चल-अचल संपदा को तो कुछ ही वर्षों में अर्जित कर लेता है पर उसे अनश्वर अघ्यात्मिक संपदा एकत्र करने के लिए अपने मन के किसी विकार को दूर करने में पूरी आयु भी कम पड़ जाती है।*
चेतन कौशल "नूरपुरी"
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श्रेणी:चेतन विचार
चिंता का विषय
# यह बात तो जग जाहिर है कि विश्व का हर मनुष्य अपना हित चाहता है, पर जो मनुष्य हर समय दूसरे का अहित चाहता है और करता है, उस मनुष्य का भला कैसे होगा? चिंता का विषय है।*
चेतन कौशल "नूरपुरी"