मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



श्रेणी: 2 विविध

  • श्रेणी:

    विनोबा भावे

    विचारकों के कथन :-

    जब तक कष्ट सहने की तैयारी नहीं होती, तब तक लाभ दिखाई नहीं देता। लाभ की इमारत कष्ट की धूप में ही बनती है।
    - विनोबा भावे

  • श्रेणी:

    मुंशी प्रेमचंद

    विचारकों के कथन :-

    मन एक भीरु शत्रु है जो सदैव पीठ के पीछे से वार करता है।
    - मुंशी प्रेमचंद

  • श्रेणी:

    स्वामी विवेकानन्द

    विचारकों के कथन :-

    स्त्रियों की स्थिति में सुधार न होने तक विश्व के कल्याण का कोई भी मार्ग नहीं है।
    - स्वामी विवेकानन्द

  • श्रेणी:

    कार्य एवंम कार्य क्षेत्र

    चेतन विचार :

    # जो बालक-बालिका जन्म से ही प्रतिभावान हो, उसे उसके अनुकूूल शिक्षण-प्रशिक्षण देने के पश्चात, सरकारी और गैर सरकारी संगठनों के द्वारा उसके अनुकूल कार्य एवं कार्य क्षेत्र निर्धारित करना चाहिए।*
    चेतन कौशल "नूरपुरी"

  • श्रेणी:

    शिक्षण-प्रशिक्षण

    चेतन विचार :

    # अगर आप के सम्मुख मेज पर एक जग रखा हो और मै चिला-चिला कर कहूँ कि मेज पर जग नहीं, गिलास है तो क्या कोई मेरी बात पर विश्वास करेगा? सरकार, शिक्षा विभाग,शिक्षक वर्ग, परिवार और समाज यह क्यों नहीं समझते कि जिस बालक-बालिका में एक सफल चित्रकार बनने की जन्म से ही प्रतिभा विद्यमान है, उसे मात्र चित्रकला का ही शिक्षण-प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए, उसके स्थान पर किसी अन्य विषय का नहीं। इस प्रकार अन्य प्रतिभाओं का चयन करके उन्हें उनके अनुकूूल शिक्षण-प्रशिक्षण दिया जा सकता है।*
    चेतन कौशल "नूरपुरी"