मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



श्रेणी: शिक्षण-प्रशिक्षण नीति

  • श्रेणी:

    विद्याओं में पारंगता

    अगर हम जीवन चुनौतियों का सामना करने में शास्त्र - शस्त्र विद्याओं में पारंगत नहीं हुए तो एक दिन विधर्मियों द्वारा बांस की भांति छिले भी जा सकते हैं l 


  • श्रेणी:

    शिक्षा

    गुरु - शिष्य के जिस संयुक्त प्रयास से शिष्य के जीवन का चहुँमुखी अर्थात शरीर, मन, बुद्धि और आत्मा का विकास होता है , शिक्षा कहलाती है l