माता-पिता के मन से निकला प्रत्येक आशीर्वाद सन्तान के लिए जन्म-जन्मान्तरण तक सुरक्षा कवच बन जाता है l
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चेतन कौशल “नूरपुरी”
माता-पिता के मन से निकला प्रत्येक आशीर्वाद सन्तान के लिए जन्म-जन्मान्तरण तक सुरक्षा कवच बन जाता है l
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चेतन कौशल “नूरपुरी”
परिवार में बेटे के जन्म पर हर्ष परन्तु बेटी के जन्म पर निराशा क्यों ?
बेटा एक ही परिवार का पालन-पोषण करता है पर बेटी दो परिवारों का ध्यान रखती है, फिर बेटी का जन्म लेने से किसी परिवार का अपमान कैसा ?
बेटा एक परिवार का नाम रोशन करता है जबकि बेटी दोनों परिवारों का, फिर परिवार और समाज द्वारा बेटा-बेटी में भेद-भाव क्यों ?
भूलकर बेटे का न करना अभिमान, बेटा हो या बेटी, दोनों एक समान l
बेटे से नहीं है बेटी कुछ भी कम, दोनों कुल का साथ निभाये हर दम l
चेतन कौशल "नूरपुरी"
माँ, बहन, बहु और बेटी से ही हर घर संवरता है, इन्हें हर परिवार में उचित सम्मान मिलना चाहिए l
चेतन कौशल "नूरपुरी"
जब कोई दो पहिया वाहन किसी एक पहिये बिना नहीं चल सकता है तो नारी अभाव में परिवार कैसे चल सकता है l
चेतन कौशल "नूरपुरी"
बाप का सपना जो पूरा करे, उसे बेटा कहते हैं और माँ की आशाओं के अनुरूप जो खरी उतरे, उसे बेटी कहते हैं
चेतन कौशल "नूरपुरी"