मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



श्रेणी: मानव जीवन

  • श्रेणी:

    हृदय की शुद्धि


    कह गया कोई संत प्यारा , तू हृदय की शुद्धि कर ले l

    सदाचार का पालन कर, मनः पहले दोषों से दूरी कर ले l

  • श्रेणी:

    नियामक जीवन


    साधारण जीवन दुर्बल है, नियामक सर्व शक्तिमान l

    जटिल समस्या समाधान करे, मनः तू भेद अमोल पहचान  ll



  • श्रेणी:

    कुछ तो अवश्य


    कुछ तो अवश्य मिलेगा, तू पहले कर्म कर l

    फल तुझे जरुर मिलेगा, मनः पहले पूरा फर्ज कर ll

     


  • श्रेणी:

    मेहमान न बन


    मेहमान न बन तू किसीका, रोजाना न कर तू आना जाना l

    मेहमान तू रहेगा नहीं, मनः बहुतों ने तो कुत्ता माना ll


  • श्रेणी:

    चाहे चन्दन डालो


    चाहे चन्दन डालो, चाहे सादा इंधन, बस देह का संस्कार होगा l

    अमीर-गरीब का भेद यहाँ, मनः आगे हिसाब कर्म का होगा ll