मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



श्रेणी: 1 मानव

  • श्रेणी:

    घर स्वर्ग

    धरती पर वह घर स्वर्ग समान है, जहाँ बच्चों को अच्छे संस्कार मिलते हैं l 


  • श्रेणी:

    घर तीर्थ

    जो सन्तान अपने माता-पिता की सेवा करती है, उसे किसी तीर्थ यात्रा पर जाने की कोई आवश्यकता नहीं, वह घर स्वयं तीर्थ बन जाता है l 


  • श्रेणी:

    जाति भेद – भाव

    मानव जाति भेद-भाव की दीवारें तोड़ो, 
    जन-जन का मानव संग नाता जोड़ो l


  • श्रेणी:

    व्यक्तित्व निर्माण

    अच्छे संस्कारों से ही अच्छे व्यक्तित्व का निर्माण हो सकता है l 


  • श्रेणी:

    अच्छे कार्य

    दूसरों के जीवन में कांटे बिछाकर कोई भी व्यक्ति मीठा फल नहीं प्राप्त कर सकता, अच्छे कार्य करना आवश्यक हैं l