मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



श्रेणी: 1 मानव जीवन

  • श्रेणी:

    मानव जाति

    विश्वभर में विभिन्न प्राणियों की अनेकों जातियां पाई जाती हैं l उनमें मानव भी एक जाति है जो अन्य प्राणियों से भिन्न है - दो  हाथ, दो पैर, मुंह, नाक, कान, आँखें अर्थात वह पांच कर्मेन्द्रियाँ पांच ज्ञानेन्द्रियाँ, मन, बुद्धि, अहंकार का स्वामी है l जैसे गाये को भैंस और भैंस को बकरी नहीं बनाया जा सकता उसी प्रकार मनुष्य को किसी अन्य जाति में परिवर्तित नहीं किया जा सकता l  

    चेतन कौशल "नूरपुरी"

  • श्रेणी:

    परिवार

    जिस परिवार में आपसी प्रेम, सोहार्द व् शान्ति नहीं, उस घर की समस्त सुख-सुविधाएं किस काम की l  
    परिवार एक वह ठोस इकाई है जिससे समाज, राष्ट्र और विश्व की संरचना होती है l
    पारिवारिक मतभेदों को परिवार में ही समाप्त कर लेना बुद्धिमानी का कार्य ही l
    पारिवारिक झगड़ों से बच्चों पर बुरा प्रभाव पड़ता है, बचना चाहिए l

    चेतन कौशल "नूरपुरी"

  • श्रेणी:

    घर स्वर्ग

    धरती पर वह घर स्वर्ग समान है, जहाँ बच्चों को अच्छे संस्कार मिलते हैं l 

    चेतन कौशल "नूरपुरी"

  • श्रेणी:

    घर तीर्थ

    जो सन्तान अपने माता-पिता की सेवा करती है, उसे किसी तीर्थ यात्रा पर जाने की कोई आवश्यकता नहीं, वह घर स्वयं तीर्थ बन जाता है l 

    चेतन कौशल "नूरपुरी"

  • श्रेणी:

    जाति भेद – भाव

    मानव जाति भेद-भाव की दीवारें तोड़ो, 
    जन-जन का भारत संग नाता जोड़ो l

    चेतन कौशल "नूरपुरी"