चेतन आत्मोवाच 33 :-
धन, बल, योवन के दीवाने ! इनके पीछे भागो मत l
परिणाम निकला भयानक इनसे , मनः है यही सच्च ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"
श्रेणी: सशक्त मानव
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श्रेणी:आत्म स्वराज – आत्म नियंत्रण
दीवाने
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श्रेणी:आत्म स्वराज – आत्म नियंत्रण
दुःख
चेतन आत्मोवाच 32 :-
दुःख अपना सुनाना मत, हंसी उड़ाती है दुनियां l
दुःख सुनना तू चाहे सबके, मनः राहत पाती है दुनियां ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"
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श्रेणी:आत्म स्वराज – आत्म नियंत्रण
घृणा
चेतन आत्मोवाच 31 :-
कर घृणा नीच विचारों से, मगर इन्सान से नहीं l
करके घृणा इन्सान से, मनः पा सकता तू भगवान नहीं ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"
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श्रेणी:आत्म स्वराज – आत्म नियंत्रण
मिट्टी का खिलौना
चेतन आत्मोवाच 30 :-
मिट्टी का खिलौना है तू, पर ये तो भूल गया है l
हड्डी, लकड़ी, कोयला यहाँ, मनः सब धूल बन गया है ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"
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श्रेणी:आत्म स्वराज – आत्म नियंत्रण
इन्सान था
चेतन आत्मोवाच 29 :-
इंसान था मगर तूने खुद से खुद बैर किया है l
खुदा तो खुद बन बैठा है, मनः खुद को तूने भुला दिया है ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"