कर्म करती चक्की सम, देखी मैंने भारतीय नारी है l
भैंसे सम पीटता है क्यों ? मनः तेरी खो गई अक्कल सारी है ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"
श्रेणी: आत्म स्वराज – आत्म नियंत्रण
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श्रेणी:आत्म स्वराज – आत्म नियंत्रण
भारतीय नारी
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श्रेणी:आत्म स्वराज – आत्म नियंत्रण
चैन की वंशी
चैन की बंशी बजेगी, जब भ्रष्टाचार का होगा दूर अँधेरा l
सदाचार का पालन करेगा बच्चा-बच्चा, मनः होगा फिर नया सवेरा ll
चेतन कैशल "नूरपुरी"
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श्रेणी:आत्म स्वराज – आत्म नियंत्रण
शूल-अंगार
बढ़ा दिए तूने कदम तो सहन कर शूल-अंगार भी l
मन बड़ा अड़ियल घोड़ा मनः भर थोड़ी सी हुंकार भी ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"
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श्रेणी:आत्म स्वराज – आत्म नियंत्रण
जाति
कौन सी जाति ? क्या है जाति ? है नहीं इससे तेरा कोई वास्ता l
है हर एक बन्दा खुदा का बन्दा , मनः है यही प्रेम का रास्ता ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"
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श्रेणी:आत्म स्वराज – आत्म नियंत्रण
हित की बात
सदा चोट खाता है, तू बातों में गैरों की आ जाता है l
तेरे हित की होती हैं अपनी, मनः बात हितैषी की भूल जाता है ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"