श्रेणी: स्व रचित रचनाएँ

  • शाख शाख पर

    24 जून 1996 कश्मीर टाइम्सजिधर देखूं,उधर अजगर,इधर अजगर,उधर अजगर,आगे अजगर,पीछे अजगर,नीचे अजगर,ऊपर अजगर,अंदर अजगर,बाहर अजगर,छोटा अजगर,बड़ा अजगर,जिधर देखूं,उधर अजगर,अजगर ही अजगरहो जायेंगे जब हर शाख पर,बता चेतन चहकेंगे पंछी,कैसे? शाख शाख पर,चेतन कौशल “नूरपुरी”

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  • घृणा-फूट

    24 जून 1996 कश्मीर टाइम्सभड़कने नहीं देंगे, हम फिरघृणा-फूट की ज्वाला,अवरुध्द करेंगे, बढ़ती इसभयानक आंधी को,दुश्मनों का दिल तो हैपहले से ही काला,सीने पर लगने नहीं देंगे, अबकोई गोली किसी गांधी को,चेतन कौशल “नूरपुरी”

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  • चाहेंगे हम

    18 जून 1996 कश्मीर टाइम्सदे सकते हैं, हम सत्ता जिन शासकों को,हटा सकते हैं, हम उनको भी शासन से,लोकतांत्रिक हैं, हम बोलेंगे उन शासकों को,गद्दारी मत करना, तुम भूलकर भी स्वशासन से,दे सकते हो, कुशल और स्वच्छ प्रशासन देना,सुखसमृद्धि देना और कल्याणकारी प्रशासन देना,नहीं तो फिर हमने तुम्हारा स्थान खाली कर देना,चाहेंगे हम तुम्हारा स्थान…

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  • सद्गुण-संस्कार और हमारा दायित्व

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    आलेख – मानव जीवन दर्शन कश्मीर टाइम्स 5 मई 1996 ईश्वर द्वारा रचित प्रकृति में पृथ्वी और उसके चारों ओर ब्रह्मांड बड़ा विचित्र है l सूर्य में ताप, चन्द्रमा में चांदनी, वायु में सरसराहट और नदियों में कल-कल के मधुर संगीत का मिश्रण इस बात का का द्योतक है कि समस्त ब्रह्मांड में जो भी…

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  • मानव जीवन – एक रहस्य

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      आलेख – मानव जीवन दर्शन कश्मीर टाइम्स 28.1.1996ईश्वर की संरचना प्रकृति जितनी आकर्षक है, वह उतनी विचित्र भी है l जड़-चेतन उसके दो रूप हैं l इनमें पाई जाने वाली विभिन्न वस्तुओं और प्राणियों की अपनी-अपनी जातियां हैं l इन जातियों में मात्र मनुष्य ही प्रगतिशील प्राणी है l वह विवेक का स्वामी है…

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