चेतन आत्मोवाच 55 :-
पत्थर रख सीने पर, मोड़ दे दिशा लहरों की l
काम नहीं है कठिन, मनः बात है प्यारे हिम्मत की ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"
श्रेणी: स्व रचित रचनाएँ
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श्रेणी:चेतन आत्मोवाच
हिम्मत
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श्रेणी:चेतन आत्मोवाच
जिन्दगी
चेतन आत्मोवाच 54 :-
ओला गिरता जल में, बन जायेगा पानी l
बर्फ पर लिखी जिन्दगी तेरी, मनः एक दिन बन जाएगी पानी ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"
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श्रेणी:चेतन आत्मोवाच
ईर्ष्या
चेतन आत्मोवाच 53 :-
आग से खेलता है क्यों? वह रख बनाया करती है l
तू इर्ष्या करता है क्यों ? मनः हँसते हुए को रुलाया करती है ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"
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श्रेणी:चेतन आत्मोवाच
सत्य
चेतन आत्मोवाच 52 :-
जान सके तो जान, सत्य ही है भगवान् l
जायेगा तू पहचान, मनः थोड़ा-थोड़ा कर ध्यान ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"
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श्रेणी:चेतन आत्मोवाच
तीन शत्रु
चेतन आत्मोवाच 51 :-
आलस्य, झूठ, और अभिमान तीनों हैं तेरे शत्रु महान l
एक को भी निकट न आने देना, मनः सुन ले तू देकर ध्यान ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"