चेतन आत्मोवाच 35 :-
पानी खौलता है, कोई गर्म करता है l
मजदुर बोलता है, मनः कोई परेशान करता है ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"
श्रेणी: स्व रचित रचनाएँ
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श्रेणी:चेतन आत्मोवाच
मजदूर
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श्रेणी:चेतन आत्मोवाच
मेहनत
चेतन आत्मोवाच 34 :-
मेहनत घर का मान है, मेहनत ही है शान l
प्राण है मेहनत अपनी, मनः मेहनत ही है भगवान ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"
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श्रेणी:चेतन आत्मोवाच
दीवाने
चेतन आत्मोवाच 33 :-
धन, बल, योवन के दीवाने ! इनके पीछे भागो मत l
परिणाम निकला भयानक इनसे , मनः है यही सच्च ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"
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श्रेणी:चेतन आत्मोवाच
दुःख
चेतन आत्मोवाच 32 :-
दुःख अपना सुनाना मत, हंसी उड़ाती है दुनियां l
दुःख सुनना तू चाहे सबके, मनः राहत पाती है दुनियां ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"
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श्रेणी:चेतन आत्मोवाच
घृणा
चेतन आत्मोवाच 31 :-
कर घृणा नीच विचारों से, मगर इन्सान से नहीं l
करके घृणा इन्सान से, मनः पा सकता तू भगवान नहीं ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"