चेतन आत्मोवाच 15 :-
समय बहता जल है, बहता ही जाता है l
राही बढ़ता चल कठिनाई में, मनः बहता जाता गाता है ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"
श्रेणी: चेतन आत्मोवाच
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श्रेणी:चेतन आत्मोवाच
समय बहता जल
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श्रेणी:चेतन आत्मोवाच
जान सके तो
चेतन आत्मोवाच 14 :-
जान सके तो खुद को जान, मोह बंधन दे तू तोड़ l
तुझे प्रेम बंधन बांध लेगा, मनः मायावी घडा दे तू फोड़ ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"
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श्रेणी:चेतन आत्मोवाच
दुःख-सुख
चेतन आत्मोवाच 13 :-
सुगम होती दुर्गम राह, तू राही क्यों घबराता है l
दुःख-सुख हैं दोनों साथी, मनः दुःख ही सुख दिखलाता है ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"
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श्रेणी:चेतन आत्मोवाच
बोल सके तो
चेतन आत्मोवाच 11 :-
बोल सके तो बोल तू, ज्यों टहनी से फूल झड़े l
वचन बड़े कीमती हैं, मनः बिल बोलना संभल के ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"
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श्रेणी:चेतन आत्मोवाच
कड़वी बात
चेतन आत्मोवाच 12 :-
फूल मुरझा जाते हैं, सदा कलि भी कलि रहती नहीं l
घाव भर जाते हैं, पर मनः बात कड़वी मिटती नहीं ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"