मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



श्रेणी: विचारकों के कथन

  • श्रेणी:

    श्री मद्भगवत गीता

    विचारकों के कथन :-

    जन्म के बाद मृत्यु, उत्थान के बाद पतन, संयोग के बाद वियोग और संचय के बाद क्षय निश्चित है। ज्ञानीजन इन बातों का ज्ञान करके हर्ष या शोक के वशीभूत नहीं होते।
    - श्री मद्भगवत गीता

  • श्रेणी:

    वेद व्यास

    विचारकों के कथन :-

    मनुष्य की इच्छाओं का पेट आज तक कोई नहीं भर पाया है।
    - वेद व्यास

  • श्रेणी:

    आचार्य चाणक्य

    विचारकों के कथन :-

    कुवेेर भी यदि आय से अधिक व्यय करे तो निर्धन हो जाता है।
    - आचार्य चाणक्य

  • श्रेणी:

    स्वामी विवेकानन्द

    विचारकों के कथन :-

    जो दूसरों से घृणा करता है, वह स्वयं पतित होता है।
    - स्वामी विवेकानन्द

  • श्रेणी:

    शेक्सपीयर

    विचारकों के कथन :-

    गहरी नदी का जल प्रवाह शांत व गंभीर होता है।
    - शेक्सपीयर