महंदी रंग लाती है पत्थर पर घिसने के बाद l
अक्कल का गुल खिलता है, मनः ठोकर खाने के बाद ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"
श्रेणी: सशक्त मानव
-
श्रेणी:आत्म स्वराज – आत्म नियंत्रण
अक्कल का गुल
-
-
-
श्रेणी:आत्म स्वराज – आत्म नियंत्रण
विकारी मन
विकारी कमजोर मन कभी सुमिरन काम न कर पाए l
रंग बदले गिरगिट सम, मनः रंग एक आये, एक जाये ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"
-
श्रेणी:आत्म स्वराज – आत्म नियंत्रण
भारतीय नारी
कर्म करती चक्की सम, देखी मैंने भारतीय नारी है l
भैंसे सम पीटता है क्यों ? मनः तेरी खो गई अक्कल सारी है ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"