चेतन विचार :-
# अपने मन, कर्म, वचन के संयुक्त कर्म से मानवता का चरित्र-चित्रण करना ही मानव धर्म है।*
चेतन कौशल "नूरपुरी"
श्रेणी: चेतन विचार
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श्रेणी:चेतन विचार
मानव धर्म
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श्रेणी:चेतन विचार
मानव
चेतन विचार :-
# माना कि शेर घास नहीं खाता, वह पशु है, वह शिकार करता है पर मनुष्य तो मनुष्य है, वह किसी को जीवन नहीं दे सकता तो वह अपनी रसना के स्वाद के लिए दूसरों का जीवन क्यों छीन लेता है?*
चेतन कौशल "नूरपुरी"
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श्रेणी:चेतन विचार
मनुष्यता
चेतन विचार :-
# मनुष्य को अपनी मनुष्यता का परिचय अवश्य देना चाहिए। इसके विपरीत प्रवृति के अनेकों हिंसक पशु तो जंगल में भी मिल जाते हैं जो एक दूसरे का शिकार करने के लिए घात लगाए बैठे रहते हैं।*
चेतन कौशल "नूरपुरी"
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श्रेणी:चेतन विचार
क्षुधा
चेतन विचार :-
# जंगल में हिंसक पशु एक दूसरे का घात लगा कर शिकार इसलिए करते हैं ताकि उनकी क्षुधा समाप्त हो सके पर आज मनुष्य ही मनुष्य का खून बहाने के लिए आतुर है, उसने इससे अपनी कौनसी क्षुधा शांत करनी है?*
चेतन कौशल "नूरपुरी"
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श्रेणी:चेतन विचार
राष्ट्र-समाज-परिवार
चेतन विचार :-
# किसी राष्ट्र, समाज, परिवार और व्यक्ति की महानता इस बात पर निर्भर करती है कि उसके कितने मित्र हैं, उसकी भावना और व्यवहार से कितनों को सुख पहुंच रहा है।*
चेतन कौशल "नूरपुरी"