चेतन विचार :
# अगर विश्व भर में थलचर, स्थावर-जंगम, नभचर, जलचर और मानव जाति के विरुद्ध अधर्म, अन्याय और अत्याचार करने वाले नर-नारी, परिवार, संप्रदाय और समाज मर्यादा का उल्लंघन करते हैं तो वे दंड के भी पात्र हैं।*
चेतन कौशल "नूरपुरी"
श्रेणी: चेतन विचार
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श्रेणी:चेतन विचार
दण्ड के पात्र
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श्रेणी:चेतन विचार
हथियारों का निर्माण
चेतन विचार :
# विश्व में हथियारों का निर्माण सत्य, धर्म और न्याय की रक्षा करने केे लिए हुआ है, प्रकृति के थलचर, स्थावर-जंगम, नभचर, जलचर और मानव जाति के विरुद्ध अधर्म, अन्याय और अत्याचार करने के लिए नहीं।*
चेतन कौशल "नूरपुरी"
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श्रेणी:चेतन विचार
मर्यादा
चेतन विचार :-
# श्रीकृष्ण जी की यह मर्यादा ही थी कि उन्होंने अंहकारी व क्रोधी शिशुपाल के 100 अपराध सहन कर लिए, उन्होंने उसे क्षमा भी किया पर जैसे ही उसने संख्या 100 की सीमा पार की, उसने मर्यादा का उल्लंघन किया। तब श्रीकृष्ण जी ने मर्यादा की रक्षा करते हुए, तत्काल अपना सुदर्शन चक्र चलाकर, उसका बध भी कर दिया था।*
चेतन कौशल "नूरपुरी"
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श्रेणी:चेतन विचार
दुर्जन
चेतन विचार :-
# दुर्जन सदा अहंकारी और स्वार्थी ही होता है। वह सज्जन की ज्ञान, प्रेम व शांति की मर्यादित भावना, कर्म और बात कभी सुनता ही नहीं, समझता भी नहीं है। वह मर्यादा तोड़ता है और वह उसका दंड अवश्य पाता है।*
चेतन कौशल "नूरपुरी"
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श्रेणी:चेतन विचार
सज्जन
चेतन विचार :-
# सज्जन सदा मर्यादा की पालना करते हैं। वे सब दुःख सुख मिलकर सहन करते हैं। इसका मतलब यह नहीं कि वे किसी से डरते हैं। मर्यादा का उल्लंघन करने वाले को उचित समय पर वे उसका उचित उत्तर भी देते हैं।*
चेतन कौशल "नूरपुरी"