# मनुष्य किसी देश या राज्य पर जितनी सहजता से शासन कर लेता है, उसके लिए अपना शारीरिक स्वशासन करना उतना ही अधिक कठिन होता है।*
चेतन कौशल "नूरपुरी"
श्रेणी: चेतन विचार
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श्रेणी:चेतन विचार
शारीरिक स्वशासन
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श्रेणी:चेतन विचार
मनुष्य की महानता
# मनुष्य की महानता इसी में है कि वह किसी भय एवं दबाव के बिना सदा प्रसन्न रहकर, स्वेच्छा से जन हित, समाज हित, देश हित और विश्व हित के लिए मन, कर्म और वाणी से जग प्रंशसनीय ही कार्य करे।*
चेतन कौशल "नूरपुरी"
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श्रेणी:चेतन विचार
किसी का गधा
# मनुष्य द्वारा गधे पर डंडे बरसा कर, उस पर कहीं से भी बोझा लाद कर, ढोया तो जा सकता है पर वह मनुष्य भी मनुष्य नहीं, जो किसी मनुष्य के अधीन भय एवं दबाव में रह कर, उसका मनमाना परिवार, समाज और राष्ट्र विरुद्ध कार्य करे। क्या कभी कोई मनुष्य स्वयं को किसी का गधा बनना पसंद कर सकता है?*
चेतन कौशल "नूरपुरी"
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श्रेणी:चेतन विचार
आपसी संबंध
# दूसरों का मान-सम्मान करने से ही आपसी संबंध मजबूत होते हैं जबकि मर्यादा में रहने से आत्म विकास होता है।*
चेतन कौशल "नूरपुरी"