मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



श्रेणी: अनमोल वचन

  • श्रेणी:

    महान् अनर्थ

    अनमोल वचन :-

    दुष्ट बुद्धि अपने अभिप्राय को छिपाकर आचरण करते हैं। दुसरों के छिद्र देखकर प्रहार करते हैं जिससे महान् अनर्थ हो सकता है।

  • श्रेणी:

    परम्परागत सनातन संस्कृति

    अनमोल वचन :-

    श्रुतियों, स्मृतियों और पुराणों ने जिसकी सराहना की है, जो सबको कल्याण प्रदान करने वाली, परम पवित्र पुण्यदायी और व्यावहारिक है, वही परम्परागत सनातन संस्कृति है।

  • श्रेणी:

    इस संसार में

    अनमोल वचन :-

    सरलता को धर्म कहते हैं और कुटिलता को  अधर्म कहते हैं। इस संसार में सरलता से युक्त मनुष्य ही धर्म से युक्त होता है।

  • श्रेणी:

    मनुष्य शरीर में

    अनमोल वचन :-

    आलस्य मनुष्य में स्थित सबसे बड़ा शत्रु है तथा परिश्रम के जैसा कोई मित्र नहीं है, जिसके करने से कोई दुःखी नहीं रहता।

  • श्रेणी:

    विरले पुत्र को

    अनमोल वचन :-

    जो व्यक्ति सम्पत्ति में हर्ष, विपत्ति में दुःख और युद्ध में भीरुता नहीं दिखाता ऐसा व्यक्ति तीनों लोकों में दुर्लभ है और ऐसे विरले पुत्र को कोई भाग्यशाली माता ही जन्म देती है।