मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



श्रेणी: स्व रचित रचनाएँ

  • श्रेणी:

    अच्छा है

    चेतन आत्मोवाच 36 :-

    अच्छा है काम करना, बनना मात्र वक्ता नहीं l
    वक्ता बन गया है जो आज, मनः देख वो काम करता नहीं ll
    चेतन कौशल "नूरपुरी"

  • श्रेणी:

    मजदूर

    चेतन आत्मोवाच 35 :-

    पानी खौलता है, कोई गर्म करता है l
    मजदुर बोलता है, मनः कोई परेशान करता है ll
    चेतन कौशल "नूरपुरी"


  • श्रेणी:

    मेहनत

    चेतन आत्मोवाच 34 :-

    मेहनत घर का मान है, मेहनत ही है शान l
    प्राण है मेहनत अपनी, मनः मेहनत ही है भगवान ll
    चेतन कौशल "नूरपुरी"


  • श्रेणी:

    दीवाने

    चेतन आत्मोवाच 33 :-

    धन, बल, योवन के दीवाने ! इनके पीछे भागो मत l
    परिणाम निकला भयानक इनसे , मनः है यही सच्च ll
    चेतन कौशल "नूरपुरी"

  • श्रेणी:

    दुःख

    चेतन आत्मोवाच 32 :-

    दुःख अपना सुनाना मत, हंसी उड़ाती है दुनियां l
    दुःख सुनना तू चाहे सबके, मनः राहत पाती है दुनियां ll
    चेतन कौशल "नूरपुरी"