मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



सम्भलने का समय

अन्न के कण और भजन के क्षण का मोल, मनुष्य तब क्या समझेगा, जब उसके पास संभलने के लिए समय नहीं रहेगा।