अनमोल वचन :-
गोओ! तुम कृश शरीर वाले व्यक्ति को हृष्ट-पुष्ट कर देती हो एवं तेजोहीन को देखने में सुंदर बना देती हो। इतना ही नहीं, तुम अपने मंगलमय शब्द से हमारे घरों को मंगलमय बना देती हो। इसी से सभाओं में तुम्हारे ही महान् यश का गान होता है।
अनमोल वचन :-
गोओ! तुम कृश शरीर वाले व्यक्ति को हृष्ट-पुष्ट कर देती हो एवं तेजोहीन को देखने में सुंदर बना देती हो। इतना ही नहीं, तुम अपने मंगलमय शब्द से हमारे घरों को मंगलमय बना देती हो। इसी से सभाओं में तुम्हारे ही महान् यश का गान होता है।
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