चेतन आत्मोवाच 11 :-
बोल सके तो बोल तू, ज्यों टहनी से फूल झड़े l
वचन बड़े कीमती हैं, मनः बिल बोलना संभल के ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"
चेतन आत्मोवाच 11 :-
बोल सके तो बोल तू, ज्यों टहनी से फूल झड़े l
वचन बड़े कीमती हैं, मनः बिल बोलना संभल के ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"
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