चेतन आत्मोवाच 72 :-
राजा से फकीर अच्छा, दिलों पर राज करता है l
दुःख में रहता है राजा, मनः जन, धन पर राज करता है ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"
चेतन आत्मोवाच 72 :-
राजा से फकीर अच्छा, दिलों पर राज करता है l
दुःख में रहता है राजा, मनः जन, धन पर राज करता है ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"
प्रातिक्रिया दे