चेतन आत्मोवाच 27 :-
दुखिया को दुःख न दे, वह तो दुःख का मारा है l
मरे को मारना भला क्या ? मनः उसका नहीं कोई सहारा है ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"
चेतन आत्मोवाच 27 :-
दुखिया को दुःख न दे, वह तो दुःख का मारा है l
मरे को मारना भला क्या ? मनः उसका नहीं कोई सहारा है ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"
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