मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ



आचार्य चाणक्य

विचारकों के कथन :-

कुवेेर भी यदि आय से अधिक व्यय करे तो निर्धन हो जाता है।
- आचार्य चाणक्य